आप घर पर हों या ऑफ़िस, बाज़ार हों या कोई पर्यटक स्थल पर, किसी भी तरह की जानकारी हासिल करने के लिये झट से गूगल पर सर्च करने लगते हैं और कुछ ही क्षणों में पूरी जानकारी आपके सामने प्रस्तुत हो जाती है। गूगल विश्व भर में फैले अपने डाटा केंद्रो से दस लाख से अधिक सर्वर चलाता है।जो पल भर पूरी जानकारी आपके आगे पेश कर देते हैं।जितना भरोसा आप गूगल पर करते हैं उससे कहीं ज्यादा भरोसा गूगल अपने कर्मचारियों पर करता है और यह कर्मचारी गूगल के भरोसे को बनाये रखने के लिये जी-जान से कार्य करते हैं। दरअसल गूगल की बढ़ती लोकप्रियता का मुख्य कारण ही नियोक्ता व कर्मचारी के बीच बेहतर सम्बन्ध व समन्वय है।गूगल के अनुसार,जितना हो सके हमें उनकी देखभाल करनी चाहिये और उन्हें अपनी कम्पनी से प्यार करने का कारण देना चाहिये।

अपने कर्मचारियों को बेहतरीन सुविधाएँ व सर्वश्रेष्ठ कार्य माहौल प्रदान करने के लिये गूगल ने कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में अपना सबसे बड़ा व अनोखा मुख्यालय स्थापित किया है।इसमें दुनियाभर की नवीनतम तकनीकों के साथ साथ अनोपचारिक संस्कृति व मानवीय रचनात्मकता का बेहतरीन समावेश किया गया है।दुनियाभर में इस इमारत को गूगलप्लेक्स के नाम से जाना जाता है।इसमें कर्मचारियों व आने वाले व्यक्तियों के लिये इतने बेहतरीन इंतज़ाम किये गये हैं की पूरी दुनिया के लाखों लोग इसमें काम करने या गूगल का हिस्सा बनने के लिये अपना बहुत कुछ दाव पर लगाने के लिये तैयार हैं।

गूगलप्लेक्स शब्द गूगल व कॉम्प्लेक्स शब्द को मिलाकर बनाया गया है।गूगलप्लेक्स कई इमारतों से जुड़ा हुआ स्थान है।लगभग 311000 वर्ग फ़ीट जगह में फैले इस कार्यालय को गूगल का सबसे बड़ा बिक्री केंद्र माना जाता है।इसमें उत्पादकता बढ़ाने के लिये व कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिये मनोरंजन के तमाम साधन उपलब्ध हैं। गूगल के प्रत्येक कर्मचारी को कार्पोरेट मनोरंजन केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति है।इन सुविधाओं में जिम की सुविधा, रोईंग मशीन, लॉकर रूम, कपड़े धोने व सुखाने की सुविधा, मालिश रूम, विभिन्न विडियो गेम्स से लैस रूम, इंडोर फ़ुट्बॉल, टेबल टेनिस, बिलियर्ड्स व पियानो की सुविधाएँ प्रमुख हैं।मनोरंजन के साथ साथ 18 छोटे बड़े कैफ़ेटेरिया भी भूख मिटाने के लिये निशुल्क उपलब्ध हैं।पूरा कैम्पस हरियाली व पानी के फ़व्वारों से सुसज्जित है।एक इमारत से दूसरी इमारत तक जाने के लिये साईकिलों का प्रयोग किया जाता है।इस पूरे कैम्पस को पर्यावरण हितैषी बनाने के लिये गूगल ने इसमें हज़ारों की संख्या में सौर पैनल लगाये हैं जो 1.6 मेगावॉट बिजली बनाते है और पूरे परिसर की 30% बिजली आवश्यकता को पूरा करते हैं।

गूगलप्लेक्स में दुनिया की बेहतरीन तकनीकों का इस्तेमाल कर इसे नए व अनूठे तरीक़े से प्रस्तुत किया गया है।यहाँ के कान्फ़्रेंस रूम जहाँ दुनिया की एडवांस टेक्नोलोज़ी से अटे पड़े हैं वहीं एंड़्राइड बिल्डिंग में आज तक आने वाले एंड्रॉइड के सभी वेरियंत के लोगो एक अलग ही छटा बिखेरते हैं।यहाँ पर ऑर्टिफ़िशल इंटेलिजेंट से अपने आप चलने वाला पियानो मन को मोह लेता है।वहीं गूगल स्टोर पर गूगल द्वारा बनाये गए तमाम प्रोडक्ट प्रदर्शन के लिये उपलब्ध हैं।इसके अलावा भी अनेक ऐसी अनूठी विशेषताओं से लैस यह कैम्पस कार्यस्थल कम,पिकनिक स्पॉट ज्यादा लगता है।अगर इसे दुनिया का सबसे कूल ऑफ़िस कहा जाये तो कोई अतिशोयक्ति नहीं होगी।

गूगल को दुनिया का बेहतरीन नियोक्ता बनाने के पीछे कम्पनी की वर्षों की कड़ी मेहनत व तपस्या है जिसमें बेहतर कर्मचारी चयन सबसे प्रमुख तथ्य है।जिसे गूगल ने बड़ी कठोरता से लागू किया है।गूगल को प्रतिवर्ष 20 लाख से अधिक एप्लिकेशन प्राप्त होते हैं,जिनमें कम्पनी 1% से भी कम का चयन करती है।अधिकांश एप्लिकेशन 6 सेकेंड में ही ख़ारिज हो जाती है।केवल हर तरह से योग्य व्यक्ति ही चयन का पात्र होते हैं।गूगल अपने कर्मचारियों को डिज़ाइन व कोडिंग के साथ चरित्र निर्माण का भी सबक़ पढ़ाती है और उन्हें चुनौतियों से मज़ेदार ढंग से लड़ना सिखाती है।अब कौन भला ऐसी कम्पनी में काम करना नहीं चाहेगा। धन्यवाद व जय हिन्द